आचार्य श्रीराम शर्मा >> बाल नीति शतक बाल नीति शतकश्रीराम शर्मा आचार्य
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बच्चों में ऊर्जा और उत्साह भर देने वाली कविताएँ और संदेश
Baal Neeti Shatak By Shriram Sharma Acharya
बचपन का जो समय होता है, उसमें हम जो कुछ सीखते हैं, वही समय जीवन भर काम आता है। इसलिये यदि इस समय हमने अच्छाई ग्रहण कर ली तो हमारा जीवन महान बन सकता है।
बाल-नीति शतक
युग परिवर्तन का संधिकाल यह नूतन निर्माणों का महापर्व है। युग निर्माण मिशन के साहित्य के द्वारा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नया प्रकाश भरा जा रहा है, जिससे मानव कल्याणकारी तथा शांतिप्रद परिस्थितियां पा सके। मानवी चिंतन को परिवर्तित तथा परिवर्दित करके उसे अधिक से अधिक महान तथा उपयोगी बनाया जा रहा है। इस दिशा में हमारा ध्यान बच्चों की ओर जाना स्वाभाविक तथा अनिवार्य भी है। मिशन को निष्ठावान कवियित्री श्रीमती माया वर्मा ने इस वस्तुस्थिति की महानता को समझा और ‘बालनीति शतक' के रूप में यह गुलदस्ता देश की बाल पीढ़ी को समर्पित किया है।
बच्चे ही संपूर्ण राष्ट्र का भविष्य होते हैं। उनमें हम जैसी और जितनी दमक भरेंगे। हमारा भविष्य उतना ही प्रखर प्राञ्जल तथा गरिमामय होगा। आशा है कि हमारी, उगते अंकुरों की पीढ़ी इससे लाभ उठाएगी तथा इस गंध को अधिक से अधिक फैलाने का भी प्रयास करेगी।
अनुक्रम
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